A Secret Weapon For mahavidya baglamukhi
ज्वल ज्ज्योत्स्ना रत्नाकर मणि विषक्तांघ्रि भवनं स्मरामस्तेधाम स्मरहर हरींद्रेंदु प्रमुखैः । अहोरात्रं प्रातः प्रणय नवनीयं सुवि
ज्वल ज्ज्योत्स्ना रत्नाकर मणि विषक्तांघ्रि भवनं स्मरामस्तेधाम स्मरहर हरींद्रेंदु प्रमुखैः । अहोरात्रं प्रातः प्रणय नवनीयं सुवि
ॐ ह्रीँ पद्मविष्टरायै पद्मावत्यै नमः ।हे भगवन् गणेशा हमारे सभी कार्य सफल करो नही तो माता की कसम है।भोजन: Consume light and satvik foodstuff prior to chanting. Stay clear of impure